वाह क्या बात है!

आँखों से आंखें समझ जाना एक कला है
आंखो से आंखें मिलना भी एक खता है

तेरी   जुल्फो  में  मेरे  ख़्वाब  महकते  है
हर मोड़ पर फिर एक मोहब्बत लापता है

आइने में फिर एक हमशक्ल मिला हमको
हर शक्ल का बहरूपिया है, वाह क्या वफ़ा है

Comments