ड़र लगता है

मेरे सनम मैं तुझ पर जिंदगी वार दूँ
तू कहे तो अपना नाम तेरे संग जोड़ दूँ

तेरी आँखों के हम है कातिल
नजरों में तुझे बसा के मैं दुनिया छोड़ दूँ

मेरे पास कुछ नहीं कहने को कुछ भी
अल्फाज़ तेरे होठों से, नाम अपना जोड़ दूँ

मैं तुम्हारे केशुओं में खोता रहा हूँ
तू मुस्कुरा दे तो तेरे किस्से में जग से नाता तोड़ दूँ

हाँ मोहब्बत पुरानी है मेरी, ये चेहरा रंग बदला है
चेहरे की नजाकत पर लफ्ज़ो को जोड़ दूँ 

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