तुझको आभार
उम्र बीत गयी, तुझको अपना बनाते - बनाते
अधूरी रह गयी ये कहानी, तुझको बयां करते - करते
बालो संग मूंछ भी सफ़ेद हो गयी तेरी, यादो में लिखते - लिखते
भुलने लगा हूँ मैं, तुझको प्यार करते - करते
फिसल जाता हूँ मैं, रास्ते पर चलते - चलते
Life को जीना सीख गया हूँ, तेरे पीछे पड़ते - पड़ते
तेरे सामने सब फ़ीके पड़ने लगे है .............
माशूकाओं का दिल जीतने लगा हूँ, तुमसे बात करते - करते
जिंदगी को समझ बैठा हूँ, तुझको समझते -समझते
नैनो से भरोसा उठ गया है, तुझसे नैना लड़ाते -लड़ाते
तुझसे नैना लड़ाते -लड़ाते.......
तुझसे नैना लड़ाते -लड़ाते.......
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